हिन्दू नव वर्ष 28 मार्च 2017, मंगलवार
> चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात प्रथम नवरात्रि को हिन्दू नववर्ष प्रारम्भ होता है !!
> इस संवत्सर का नाम "साधारण" संवत्सर है !! इस वर्ष का राजा मंगल और मंत्री गुरु है !!
> इस दिन सभी हिन्दुओ को अपने- अपने निवास स्थान पर अपने-अपने सम्प्रदाय / परम्परा के अनुसार लगे हुए ध्वजो को बदल कर नवीन ध्वज लगाना चाहिए [[ ध्यान दें कि ------ हर हिन्दू के निवास स्थान पर अपने-अपने सम्प्रदाय / परम्परा के अनुसार कोई भी ध्वज बिना संकोच के जरूर लगा होना चाहिए , अगर आपके यहाँ कोई ध्वज नहीं लगा है तो अबकी बार से ही प्रारम्भ करें ,,.... सामान्यतया हिन्दुओं को भगवा ध्वज लगाना चाहिए !! पुनः विशेष ध्यान दें >>> वास्तु के अनेक दोषो का निवारण ध्वज के देवता अकेले ही कर देते हैं ]] !!
> आम पीपल आदि के पत्तो से बने हुए तोरणादि से मुख्य द्वार को सुशोभित करें !!
> मंगल [ पदार्थो से ] स्नान करके श्री गणपति और अपने इष्ट देव , कुलदेव , ग्रामदेव का पूजन करें ,, तदुपरांत ब्राह्मण-गुरु की पूजा करें !!
> पंचांग /पत्रा पूजन करें तथा ज्योतिषी का सत्कार करके उनसे नवीन संवत्सर का फलादि श्रवण करें !!
> प्रातः काल कड़वे नीम्ब के कोमल पत्ते , पुष्प लाएं ,उसमें काली मिर्च , हींग , सेंधा नमक , अजवायन , जीरा , खांड मिलाकर चूर्ण बनाये , कुछ इमली भी मिला लें !! खाली पेट [या कुछ खाकर भी] इस चूर्ण का सेवन करें ! इस प्रयोग से वर्ष भर रक्त विकार नहीं होता और अनेक रोगों की शांति रहती है !!
> स्त्रियाँ , शिशु आदि सुन्दर वस्त्राभूषण धारण करके उत्सव मनाएं !!
> याचकों [ भिखारियों ] यथाशक्ति दानादि से प्रसन्न करें !!
> भजन-कीर्तन , गीत वादन-गायन , कथा श्रवणादि करते हुए यह सम्पूर्ण दिन आनंद से व्यतीत करें !!
> आपस में एक - दूसरे को हिन्दू नववर्ष की शुभ कामनाये देना ना भूलें !!
> चैत्र शुक्ल प्रतिपदा अर्थात प्रथम नवरात्रि को हिन्दू नववर्ष प्रारम्भ होता है !!
> इस संवत्सर का नाम "साधारण" संवत्सर है !! इस वर्ष का राजा मंगल और मंत्री गुरु है !!
> इस दिन सभी हिन्दुओ को अपने- अपने निवास स्थान पर अपने-अपने सम्प्रदाय / परम्परा के अनुसार लगे हुए ध्वजो को बदल कर नवीन ध्वज लगाना चाहिए [[ ध्यान दें कि ------ हर हिन्दू के निवास स्थान पर अपने-अपने सम्प्रदाय / परम्परा के अनुसार कोई भी ध्वज बिना संकोच के जरूर लगा होना चाहिए , अगर आपके यहाँ कोई ध्वज नहीं लगा है तो अबकी बार से ही प्रारम्भ करें ,,.... सामान्यतया हिन्दुओं को भगवा ध्वज लगाना चाहिए !! पुनः विशेष ध्यान दें >>> वास्तु के अनेक दोषो का निवारण ध्वज के देवता अकेले ही कर देते हैं ]] !!
> आम पीपल आदि के पत्तो से बने हुए तोरणादि से मुख्य द्वार को सुशोभित करें !!
> मंगल [ पदार्थो से ] स्नान करके श्री गणपति और अपने इष्ट देव , कुलदेव , ग्रामदेव का पूजन करें ,, तदुपरांत ब्राह्मण-गुरु की पूजा करें !!
> पंचांग /पत्रा पूजन करें तथा ज्योतिषी का सत्कार करके उनसे नवीन संवत्सर का फलादि श्रवण करें !!
> प्रातः काल कड़वे नीम्ब के कोमल पत्ते , पुष्प लाएं ,उसमें काली मिर्च , हींग , सेंधा नमक , अजवायन , जीरा , खांड मिलाकर चूर्ण बनाये , कुछ इमली भी मिला लें !! खाली पेट [या कुछ खाकर भी] इस चूर्ण का सेवन करें ! इस प्रयोग से वर्ष भर रक्त विकार नहीं होता और अनेक रोगों की शांति रहती है !!
> स्त्रियाँ , शिशु आदि सुन्दर वस्त्राभूषण धारण करके उत्सव मनाएं !!
> याचकों [ भिखारियों ] यथाशक्ति दानादि से प्रसन्न करें !!
> भजन-कीर्तन , गीत वादन-गायन , कथा श्रवणादि करते हुए यह सम्पूर्ण दिन आनंद से व्यतीत करें !!
> आपस में एक - दूसरे को हिन्दू नववर्ष की शुभ कामनाये देना ना भूलें !!