Search This Blog

Tuesday, 23 August 2016

<< दिनाँक 24  अगस्त सोमवार 2016 का पंचांग >>
  1. सम्वत्सर > सौम्य .
  2. अयन > दक्षिण .
  3. गोल > उत्तर . 
  4. ऋतु  > शरद 
  5. मास > भाद्रपद . 
  6. पक्ष > कृष्ण . 
  7. वार > बुध   
  8. तिथि > सप्तमी [ रात्रि 10 - 17  तक ]   
  9. क्षत्र > भरणी [ दोपहर 01 - 33 तक ].
  10. योग >ध्रुव रात्रि 10 - 46  तक ]   .
  11. चंद्रमा > रात्रि 07 -10  तक मेष में , तदुपरान्त वृष में प्रवेश ...... 


अन्य >>>> 
  1. पंचक > नहीं 
  2. भद्रा > दोपहर 11 - 28 तक 
  3. सूर्योदय > [ दिल्ली में  05 -59 पर ]
  4. सूर्यास्त > [ दिल्ली में 18 - 47 पर ]
  5. व्रत / पर्व / त्यौहार > श्री कृष्ण जन्माष्टमी व्रत  [ स्मार्त , गृहस्थियों के लिये ] 
  6. चंद्रोदय > रात्रि 11 - 18 पर 

================
================
निकटतम व्रत / पर्व / त्यौहार > श्री कृष्ण जन्माष्टमी [ वैष्णव , सन्यासियों के लिए - 25 अगस्त 2016 को ] 
=================
================= 
शुभकामनाओं के साथ ..... हर हर महादेव
अभी कुछ समय पूर्व सोशल मीडिया में कुछ इस प्रकार की खबरें आ रही थी कि --- 
अरब के राजकुमार / राजा ने कहा है -- -- पाकिस्तान , बांग्लादेश के मुसलमान असली नहीं है , अरब के मुसलमान ही असली मुसलमान है !! 
कल तक अरब देशो मैं भारत की जय जयकार हो रही थी . तिरंगा लहराया जा रहा था ,, नारायण नारायण गाया जा रहा था !! 
लेकिन अब ये अरब के राजकुमार / राजा / सब के सब मुसलमान पाक अधिकृत कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान के पक्ष में और भारत के विरोध में खुल कर आ गए हैं !
 पाकिस्तान द्वारा भारत में इतनी बडे बड़े आतंकी काण्ड कर देने पर इन अरब वासियो के मुह से चूँ तक नही निकली क्योकि वो सव आतंकी काण्ड मुल्ले कर रहे थे ,. भले ही वो नकली थे ! 
इन सब बातो ने ये सिद्ध कर ही दिया की ये स्वयं सिद्ध प्रजाति के 99.99% लोग आतंक पसंद और कुत्ते की पूंछ की तरह है , जो कभी भी सीधी नहीं हो सकती ! 
इस प्रजाति के लोग दुसरो की उदारता का फ़ायदा उठाने के लिये ढोंग करते हुए कभी कभी ये दिखाते रहते हैं की वो और उनकी प्रजाति के लोग बड़े उदार , सभ्य , समझदार , मिलनसार आदि सद्गुणों से युक्त हैं !
एक बात और ऐसे कुछ लोगो को ये लोग सभी जगह पर रखते हैं जो कभी आतंकी आदि घटना हो जाने पर आतंकियों को खुल कर कोसते हैं !
आतंकियों को इस्लाम से अलग बताते हैं ! 
लेकिन [ गैर मुस्लिम को मारने - काटने - लूटने का आदेश देने वाले ] इस्लाम की कड़वी सच्चाई की चर्चा नहीं करते ! 
और हम लोग भी ऐसी छद्म [ धोखे की ] बात करने वाले 99. 99% मुस्लिमो का गुणगान करने लग जाते हैं ,, उनको सच्चा मुसलमान घोषित कर देते हैं !!

अब समय आ गया है की हम सभी आपसी मतभेदों और मनोविकारो को 

छोड़कर इन सब राक्षसी / आसुरी ताकतों के सामने हिंदुत्व के एक सूत्र मैं 

बंध कर इन सबको नेस्तनाबूद करे / समाप्त करें / उचित जबाव दें !


Sunday, 21 August 2016

aacharyuguru lalitanand 'vyas' 




बलूचिस्तान और भारत पर कुछ विचार >>>>
ये बहुत अच्छा है कि पकिस्तान के बलूच प्रांत में रहने वाले मुस्लिम / लोग पाकिस्तान से आजादी चाहते हैं !!
और भारत से इस कार्य में सहयोग चाहते हैं ,,
भारत को भी हर संभव ऐसा[ कूटनीतिक ] राजनैतिक प्रयास/ सहयोग करते रहना चाहिए जिससे बलूच वासियो को पाकिस्तान से आजादी मिल जाए और पाकिस्तान टुकड़ो में बंट जाए !! किन्तु ,,
[ ये हमारा व्यक्तिगत विचार है कि ] भारत को बलूचिस्तान की आजादी के संघर्ष में भारत की सेना को भेजने पर गंभीरता से विचार करना चाहिए !!
बलूच वासियो [ मुल्लो ] को पाकिस्तान से आजादी चाहिए तो अपने बलिदानो के बल पर आजादी प्राप्त करे !!
अंग्रेजी दासता से मुक्ति के लिए जब भारत के युवक संघर्ष करते हुए अपने प्राणों की आहुति दे रहे थे तब किस देश ने या किस देश की सेना ने भारतवासियों की सहायता की थी !!
अगर हम ये सोचते हैं की बलूच प्रान्त के आजाद होने पर वहां का हिन्दू सुरखित , संरक्षित , उन्नत , सुखी , शांत हो जाएगा तो शायद ये हमारी भूल ही होगी !!
जो ये सिद्ध करने के लिए पर्याप्त है की हमने बांग्ला देश के आजादी के आन्दोलन मैं भेजी गई भारतीय सेना की दुर्गति को भुला दिया और आज भी बांग्ला देशी हिन्दुओ को भूले हुए हैं ,,,
जबकि आज बलूचिस्तान के मुस्लिम जिन बातो और भावो को प्रकट करके भारत का सहयोग मांग रहे हैं ठीक वैसे ही बांग्लादेशी मुल्लो ने उस समय किया था ,,
तब हम सब को लगा था कि बांग्ला देश बन जाने पर वहां पर हिन्दूओ की स्थिति बहुत अच्छी हो जाएगी ,,
और ये सोच कर भारत की सेना को बांग्ला देश की आजादी के आंदोलन मैं भेज दिया गया ,,,
उसके बाद जो हुआ वो सबके सामने था और है कि भारत के सैनिकों के साथ पाकिस्तान की सेना ने कैसा क्रूर व्यवहार किया ,,
फिर भीर बांग्ला देश को आजाद होने से पाकिस्तान रोक नहीं पाया ,,
इसमेंभारतीय सेना और बांग्लादेशी हिन्दुओ ने तन मन धन से सहयोग दिया था ,,
लेकिन बांग्ला देश बन जाने के बाद से ही बांग्लादेशी मुल्ले हिन्दुओ क्र साथ कैसा व्यवहार कर रहे हैं ये किसी से छुपा नहीं है !!
इसलिए भारत सरकार को बलूच प्रकरण पर विशेष सावधान और ध्यान देने की आवश्यकता है !!
पाकिस्तान के अवैद्य अधिकार क्षेत्र वाला कश्मीर जहां के बारे में आज कल खबरें आ रही हैं कि[मोदीजी के कारण] वहां के मुस्लिम अब भारत में मिलना चाहते हैं !! 
और भारत के लोग ये सोच कर खुश हो रहे हैं कि हम को हमारा कश्मीर वापस मिल जाएगा या मिल रहा है ,, 
अच्छी बात है लेकिन हमको ये सोचने का भी प्रयास करना चाहिए कि भारत में रहने वाले मुस्लिम कितना राष्ट्रवादी हैं !!
आये दिन लगभग रोज ही ये खबर मिलती है कि इतने भारतीय युवक आतंकी संगठन आई एस आई एस मैं भरती हो गए या होने जा रहे थे !! 
और ये सब अनपढ़ , गवार, जाहिल नहीं बल्कि उच्च शिक्षा प्राप्त होते है !!
आखिर क्यों ? ये भारतीय मुस्लिम शान्ति से रहना नहीं चाहते क्या !
या भारत मैं इन मुल्लो को शान्ति नहीं मिलती ??
भारत में मिलने की चाह रखने वाले पाकिस्तान के मुस्लिम क्या भारत के मुस्लिमो से ज्यादा शांतिप्रिय हैं !!
क्या भारत के मुस्लिमो को भारत [ की मोदी ] सरकार भी राष्ट्रहित में नियंत्रित करने का साहस या बल रखती है ??
हो सकता है की भारत की मोदी सरकार ऐसा कर सकती हो किन्तु फिर भी अब तक मोदी सरकार की दिल्ली पुलिस अब्दुल्ला बुखारी तक क्यों नहीं पहुची जबकि उसके खिलाफ 60 से ज्यादा गैर जमानती वारंट जारी हैं !!
आये दिन कोई ना कोई मुस्लिम कभी राष्ट्र के विरुद्ध , कभी भारतीय संस्कृति के विरुद्ध , कभी सनातन धर्म के विरुद्ध कुछ भी कह देता है या कोई कृत्य भी कर देता है तो भी भारत की सरकार आँख कान मुह बंद किये सोयी रहती है !!
दूसरी तरफ यदि कोई [ राष्ट्र वादी ] हिन्दू इसके विरोध में कुछ कह दे या करे दे तो सरकार तो सरकार सारी इलैक्ट्रोनिक/ प्रिंट मीडिया ,. प्राइवेट एजेंसिया सेकुलर [कभी कभी तो सरकार के अंध भक्त भी ] उसका दमन करने के लिए खडे हो जाती हैं !!
ये हालात है भारत की और भारत वासियो की !!
इतना होने पर भी हम खुश हैं कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर हमको मिलेगा , भारत के मुस्लिम संभलते नही यहाँ की सरकार से ,,
हम बात करते है आतंकि देश के लोगो को संभालने , सुधारने संवारने की !!
फिर भी यदि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोग भारत मैं मिलना चाहते ही हैं तो भारत सरकार को चाहिए की एक शर्त / नियम / कानून रखे की जो भी भारत मैं आना चाहता है वो स्वेच्छा से हिन्दू [ सनातन ] धर्म को स्वीकार करे !!!
वैसे ये थोड़ा सा कठिन है किन्तु असंभव नहीं !! पकिस्तान अधिकृत कश्मीर को भारत मैं मिलाने के लिए कश्मीरी मुस्लिमो के लिए हिन्दू धर्म अपनाने का नियम /कानून बनाते ही कुत्ते की पूंछ इन दुष्ट [ पाकिस्तानी ] मुस्लिमो की हकीक़त सामने आ जाएगी की ये शान्ति के लीये भारत मैं आना चाहते हैं या सोची समझी साजिस के तहत भारत मैं अशांति फैलाना चाहते हैं !!
भारत की [ मोदी ] सरकार इस पर गंभीरता से विचार करे जिस से भविष्य मे भारत के हिन्दुओ को किसी संकट का सामना ना करना पड़े !!
हर हर महादेव वंदे मातरम
<< दिनाँक 22  अगस्त सोमवार 2016 का पंचांग >>
  1. सम्वत्सर > सौम्य .
  2. अयन > दक्षिण .
  3. गोल > उत्तर . 
  4. रितु > वर्षा समाप्त ,, शरद ऋतु प्रारम्भ रात्रि 10-09 से 
  5. मास > भाद्रपद . 
  6. पक्ष > कृष्ण . 
  7. वार > सोम  
  8. तिथि > पंचमी 27-09 [ अर्धरात्रि के बाद प्रातः 03-09 तक ]   
  9. क्षत्र > रेवती अपरान्ह  04 -58 तक .
  10. योग > शूल प्रातः 08-04 तक .
  11. चंद्रमा > अपरान्ह 04 -58 तक मीनस्थ तदुपरान्त मेष में प्रवेश ...... 
  12. पंचक [ समाप्त ] > अपरान्ह 04 -58 तक
  13. भद्रा > नहीं 

================
================
निकटतम व्रत / पर्व / त्यौहार > जन्माष्टमी [ स्मार्त , गृहस्थियों के लिये - 24 अगस्त 2016 को तथा वैष्णव , सन्यासियों के लिए - 25 अगस्त 2016 को ] 
=================
================= 
शुभकामनाओं के साथ ..... हर हर महादेव

Sunday, 14 August 2016



श्रावण मास की पूर्णिमा तिथि को रक्षा बन्धन का त्यौहार मनाया जाता है।


''सा अपरान्ह व्यापिनी ग्राह्या''  के अनुसार  दोपहर के बाद का समय रक्षा बन्धन के लिये श्रेष्ठ  माना जाता है यदि अपराह्न का समय भद्रा आदि की वजह से दूषित है तो प्रदोष काल में भी रक्षा बन्धन किया जा सकता है।


        भद्रा का समय रक्षा बन्धन के लिये निषिद्ध माना जाता है। हिन्दु मान्यताओं के अनुसार सभी शुभ कार्यों के लिए भद्रा का त्याग किया जाना चाहिये। विशेष रूप से >''भद्रायाम द्वे न कर्तव्ये श्रावणी फाल्गुनी तथा'' के अनुसार सभी हिन्दु ग्रन्थ और पुराण, विशेषतः व्रतराज, भद्रा समाप्त होने के पश्चात रक्षा बन्धन करने की सलाह देते हैं।

भारत में ज्यादातर परिवारों में सुबह के समय रक्षा बन्धन किया जाता है जो कि भद्रा  के कारण अशुभ समय भी हो सकता है। इसीलिये जब प्रातःकाल भद्रा व्याप्त हो तब भद्रा समाप्त होने तक रक्षा बन्धन नहीं किया जाना चाहिये। 

कुछ विद्वानों के अनुसार प्रातःकाल में, भद्रा मुख को त्याग कर, भद्रा पूँछ के दौरान रक्षा 

बन्धन किया जा सकता है। ,, किन्तु ऐसा अति मजबूरी में ही करना चाहिए !! 
 
<< पूर्णिमा और भद्रा की गणितीय स्थिति >> 


पूर्णिमा तिथि प्रारम्भ = 17/अगस्त/2016 बुधवार को शाम 04-27 बजे प्रारम्भ 

पूर्णिमा तिथि समाप्त = 18/अगस्त/2016 गुरुवार को दोपहर 02-56 बजे समाप्त 

<< भद्रा की स्थिति >>

भद्रा प्रारम्भ > 17/अगस्त/2016  को शाम 04-27 बजे से प्रारम्भ

भद्रा समाप्त >18/अगस्त/2016 को प्रातः 03- 41 तक 

अर्थात 18/अगस्त/2016 को प्रातः सूर्योदय से पूर्णिमा के समाप्ति काल दोपहर 02-56 बजे तक भद्रा 

नही है किन्तु ,, रक्षा बंधन दोपहर के बाद ही किया जाना चाहिए इस दृष्टि से  >>>>>> 

धन का समय दोपहर के बाद होता है अतः >>>>  



दोपहर 01-38 से 02-56 तक [ दिल्ली के अनुसार ]


 >>>> अगर आप अपने नगर के अनुसार रक्षा बंधन का समय 

जानना चाहते हैं तो कृपया बेवसाइट को फॉलो करें !! 











पूर्णिमा व्रत की तारीखें 
[ईस्वी सन 2016  में  अगस्त से दिसंबर तक ]

18 अगस्त , गुरूवार  
16 सितंबर , शुक्रवार  
16 अक्टूबर , रविवार  
14 नवम्बर , सोमवार  
13 दिसम्बर , मंगलवार  



पूर्णिमा  को पुरे दिन उपवास करते हुए रात्री में श्री श्रीयंत्र का पूजन करना चाहिए ! श्रीगुरु मन्त्र का जप करना चाहिए ! चंद्रमा को अर्घ्य प्रदान करना चाहिए !! श्री श्रीयंत्र की पूजा  गुरु दीक्षा लिए बिना नहीं करनी चाहिए !! 


Friday, 12 August 2016


श्रीमद भागवत कथा डिबाई की कुछ झांकियाँ 








 

Wednesday, 3 August 2016

जय श्री राम 

गौशाला, मंदिर एवं विद्यालयके निर्माण तथा संचालन आदिमें 
सहयोग हेतु श्रीमद्भागवत कथाकी 
कलश यात्रा के दर्शन

आय व्यय ब्यौरा 
गौशाला, मंदिर एवं विद्यालयके निर्माणसंचालन आदिमें 
सहयोग हेतु आयोजित 

 श्रीमद  भागवत कथा 

श्रीहरिधाम पथवारी देवालय डिबाई [बुलंदशहर] उत्तर प्रदेश , भारत 


<> दान आदि आय <> 

<> आप सभी दान दाताओं को हार्दिक साधुवाद <>
  1. अनाज मंडी समिति डिबाई [ बुलंदशहर ] 11650/-
  2. योग समिति डिबाई [ बुलंदशहर ] 5100/-
  3. सुश्री ऊषा  वार्ष्णेय जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 501/-
  4. श्री अशोक कुमार जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 300/-
  5. श्री जितिन साहनी जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 251/-
  6. श्री रामसिंह निर्भय जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 201/-
  7. श्री राजीव जी, ट्रांस्पोर्ट वाले, डिबाई [ बुलंदशहर ] 201/-
  8. श्री भगवती प्रसाद  शर्मा जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 201/-
  9. श्री आयुष  शर्मा जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 200/-
  10. श्रीमती बीना शर्मा जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 101/-
  11. श्री श्याम कुमार जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 101/-
  12. श्री कमलेश राठौर जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 101/-
  13. श्री कुंदन ज्वैलर्स  डिबाई [ बुलंदशहर ] 101/-
  14. श्री  बृजकिशोर गुप्ता  जी डिबाई [ बुलंदशहर ] 100/-
  15. कृष्णा बुक स्टोर डिबाई [ बुलंदशहर ] 20/-
  16. श्री नीलमणि शर्मा जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 1100/-
  17. श्री आर. के. मित्तल   जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 1100/-
  18. श्रीदिनेश कुमार संतोषीजी  n.a.p.p. नरौरा [ बुलंदशहर ] 1100/-
  19. श्रीअजय  शर्माजी n.a.p.p. नरौरा [ बुलंदशहर ] 501/-
  20. श्रीमुकेश  शर्माजी n.a.p.p. नरौरा [ बुलंदशहर ]  501/-
  21. श्रीनरेश पचौरीजी n.a.p.p. नरौरा [ बुलंदशहर ] 501/-
  22. श्री एस. एम. गुप्ता जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 500/-
  23. श्रीमती कुसुम शर्मा जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 251/-
  24. श्री कुमारेश जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 201/-
  25.  रामा जनरल स्तोर   नरौरा  [ बुलंदशहर ] 101/-
  26. श्री मनीष कुमार शर्मा जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 101/-
  27. श्री नोबतराम जी हलवाई नरौरा  [ बुलंदशहर ] 100/-
  28. श्री श्रवण त्रिपाठी जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 51/-
  29. श्रीमती भव्या त्रिपाठी जी नरौरा  [ बुलंदशहर ] 51 /-
  30. श्री भगवती प्रसाद जी हलवाई नरौरा  [ बुलंदशहर ] 11/-
  31. श्री मोनू शर्मा जी [ शास्त्री जी ] नरौरा  [ बुलंदशहर ] 11/-
  32. गुप्त दान 650/-

कुल आय ==== 27560/-
========================================================================
<> व्यय <>
  • रसोई - सब्जी, आटा, नमक, मिर्च मसाला तेल घी आदि = 2744/-
  • एक दिन नाश्ता, भोजन किराया आदि = 230/-
  • कलश यात्रा ‌‌- प्रसाद, साउंड पुष्प  आदि = 2418/-
  • फ्लैक्स  = 3590/-
  • प्रवचन स्थल साज सज्जा गुब्बारे, कागज, रस्सी, फेवीकोल आदि = 230/- 
  • पूजन सामग्री = 500/- 
  • दवा = 150/-
  • चिनोरी प्रसाद = 100/-
  • साउण्ड + किराया [ 8 दिन ] = 5700/- 
  • पुष्प + पुष्प माला = 400/-
  • संगीत = 6900/- 
  • प्रिंटिंग प्रेस [ छपाई] निमंत्रण  पत्र पोस्टर मुहर आदि  = 5670/-


कुल खर्चा ====== 28632/-
========================================================================

विशेष ध्यान  दें  <><> आय - व्यय के हिसाब में यदि आपको किसी न्यूनाधिकता का अनुभव होता है तो कृपया सूचित करने का कष्ट करेंगे !!! धन्यवाद !! 


गौशालामंदिर एवं विद्यालयके निर्माणसंचालन आदिमें आपका सर्वविध सहयोग आमंत्रित एवं  स्वीकार्य है !! 

============================================================
सनातन राष्ट्र धर्म संस्कृति की सेवा में समर्पित

<< श्रीमद्भागवत एवं श्रीराम कथा प्रवक्ता >>

 <> आचार्यगुरु ललितानंद 'व्यास <>
वेद , कर्मकांड , ज्योतिष ,व्याकरणाचार्य [नरवर,नरोरा ] 

तंत्र , मन्त्र , यंत्र , [ श्री काशी ],

त्न , रुद्राक्ष , ज्योतिष , वास्तु [ जयपुर ] 
,
संपादक - श्री वैदिक पञ्चाङ्गम [गृहस्थ जंत्री ] , श्री गुरु जी काल निर्णय ,
पूर्व प्रधान संपादक -श्री वागनाथ पञ्चाङ्गम ,

पूर्व प्रधानाचार्य - श्री विश्वनाथ ज्योतिष-वेद विद्यालय [हरिद्वार ]



=========

ज्योतिष [ जन्मपत्र निर्माण-फलादेश ], तंत्र - मन्त्र - यंत्र, वास्तु, [ गृह

निर्माण एवं दोष निवारण ] , रत्न - रुद्राक्ष एवं पूजन , जप , हवन 

आदि कर्मकांड तथा अध्यात्म से सम्बंधित अन्य समस्याओं - शंकाओं 

के प्रामाणिक परामर्श एवं समाधान के लिए तथा गौशालाओं की सेवार्थ

 निःशुल्क श्रीमद भागवत एवं श्री राम कथा आदि ज्ञान यज्ञों के सफल 

आयोजन के लिए निःसंकोच संपर्क करें ।