मासों में श्रावण मास भगवान शिव को अतिप्रिय होने से श्रावण में भगवान शिव
की पूजा का विशेष महत्व है, अत: श्रावण मास में प्रतिदिन शिवोपासना का
विधान है | जो प्रतिदिन शिव पूजा न कर सकें उनको सोमवार को शिवपूजा अवश्य
करनी चाहिये और व्रत रखना चाहिये , क्योंकि सोमवार भगवान शंकर का प्रिय
दिवस है | 'शिवाभिषेक प्रिय:' के अनुसार शिवपूजन में भगवान का अभिषेक करने का
विशेष निर्देश एवं महतव है | शिव अभिषेक करने वाले साधक की समस्त कामनाएं
भगवान शिव पूर्ण करये हैं| शास्त्रों में बताया गया है कि मनुष्य को अपनी
कामनाओं के अनुसार पृथक् पृथक् पदार्थों से शिव अभिषेक करना चाहिये | धन की
प्राप्ति हेतु गन्ने का रस एवं शहद से , पुत्र प्राप्ति हेतु गोदुग्ध एवं
मीठे जल से, बुद्धि प्राप्ति हेतु मीठे दुग्ध से तथा सामान्यतया जल से
अभिषेक करने पर भगवान शिव प्रसन्न होकर साधक की समस्त कामनाओं को पूर्ण करते हैं |
आचार्यगुरु ललितानन्द व्यास
श्रीमद् भागवत एवं श्रीराम कथा प्रवक्ता
9410882948
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