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Friday, 25 March 2016

 नवरात्र पूजन मुहूर्त  .......... 
०८ अप्रैल २०१६ शुक्रवार से चैत्र [बासंत ] नवरात्र प्रारम्भ हो रहे हैं !! 
शास्त्रानुसार सूर्योदय के बाद की १० घटी अर्थात ०४ घंटे तक या दोपहर में  अभिजित मुहूर्त के समय  चैत्र [ बासंत ] नवरात्र आरम्भ व कलश स्थापन किया जाता है !!  
शास्त्रानुसार इस विहित काल में प्रतिपदा तिथि  प्रारम्भ की १६ घटी अर्थात  घंटा २४ मिनिट तथा चित्रा नक्षत्र  वैधृति योग का समय जहां तक संभव हो त्याग करना चाहिए धर्म सिन्धु  में लिखा है ----- 

प्रति पाद्य षोडश नाड़ी निषेधः चित्रा वैधृति योग निषेधश्च उक्त कालानुरोधेन सति  संभवे पालनीयः ! न तु निषेधानुरोधेन पूर्वान्ह।  प्रारम्भ काल प्रतिपत तिथिर्वा अति क्रमणीयः !! 
इस वर्ष  चैत्र शुक्ल प्रतिपदा ०८ अप्रैल २०१६ शुक्रवार के दिन  अश्विनी नक्षत्र तो शुभ है किन्तु निषिद्ध वैधृति योग प्रातः १० - ४० तक है !! 
 वैसे तो शास्त्रों में चित्रा नक्षत्र तथा वैधृति योग का पूर्वार्ध भाग तथा प्रतिपदा  की प्रारम्भिक १६ घटी [ या कम से कम १२ घटी ] को ही विशेष रूप से त्याज्य माना है तथापि ,, कुछ विद्वान  चित्रा नक्षत्र तथा वैधृति योग के सम्पूर्ण काल को दूषित मानते हैं !!
इसलिए जहां तक संभव हो सके ०८ अप्रैल २०१६ शुक्रवार को वैधृति  का समय त्याग कर प्रातः १० - ४० के बाद [ मिथुन या कर्क लग्न अथवा अभिजित में ] नवरात्रारम्भ / कलश स्थापना करनी चाहिए !!  

>>>>>> ध्यान रखें कि  ०८ अप्रैल २०१६ शुक्रवार के दिन चित्रा नक्षत्र तो है  ही नहीं ,, वैधृति योग का निषिद्ध पूर्वार्ध भाग तथा प्रतिपदा  की निषिद्ध प्रारम्भिक १६ घटी भी सूर्योदय के समय तक निकल चुकी हैं अतः अगर आप चाहें तो  ०८ अप्रैल २०१६ शुक्रवार के दिन १० -४० से पूर्व  भी नवरात्रारम्भ / कलश स्थापना कर सकते हैं ये स्थिति भी शास्त्र मान्य है !!!  
 बासंत नवरात्रों की शुभ कामनाओं  सहित _______ 
जय जय श्री राधे  .......  !!  


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