मनुष्य योनि में जन्म ,,भगवान की कृपा ---
दुर्लभम त्रयमेव एतद देवानुग्रह हेतुकम !
मनुष्यत्वं मुमुक्षत्वं महापुरुष संश्रयः !!
अर्थात --- मनुष्यत्व यानि मानव योनि में जन्म प्राप्त होना ,, मुमुक्षत्व यानि मोक्ष प्राप्ति की इच्छा / भावना होना और महापुरुषों का संग -- ये तीनों ही दुर्लभ हैं ! इन तीनो की प्राप्ति बिना भगवान की कृपा के नहीं हो सकती !!
jay sri ram
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